तारीख: 22 सितंबर 2025
शारदीय नवरात्रि का पहला दिन आज देशभर में धूमधाम से शुरू हुआ है। माता वैष्णो देवी धाम (Jammu&Kashmir) और विंध्याचल धाम (Mirzapur uttar Pradesh) में मां शैलपुत्री की पूजा के लिए लाखों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिरों में ‘जय माता दी’ की गूंज और भक्ति का अद्भुत माहौल है। नवरात्रि के पहले दिन माता के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगी हैं, और मंदिर परिसर फूलों, रोशनी और भक्ति रस में डूबा हुआ है।
वैष्णो देवी धाम: यात्रा बहाल, भक्तों में उत्साह
जम्मू-कश्मीर के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी धाम में नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। हाल ही में भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण यात्रा को कुछ समय के लिए रोका गया था, लेकिन अब रास्ते पूरी तरह बहाल हो चुके हैं। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने नवरात्रि के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। सुबह की मंगला आरती के बाद दर्शन शुरू हुए, और भक्तों का जत्था माता के चरणों में हाजिरी लगाने पहुंच रहा है।

एक श्रद्धालु ने उत्साह से कहा, “लैंडस्लाइड की खबरों से डर था, लेकिन माता ने सब ठीक कर दिया। आज पहला दिन है, और दर्शन करके मन को शांति मिली। जय माता दी!” बोर्ड के सीईओ ने बताया कि नवरात्रि के नौ दिनों के लिए अतिरिक्त हेल्प डेस्क, मेडिकल सुविधाएं, और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। ऑनलाइन दर्शन बुकिंग और हेलीकॉप्टर सेवाओं को भी सुचारू किया गया है।
विंध्याचल धाम: मां विंध्यवासिनी की जयकार
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में विंध्याचल धाम में भी नवरात्रि का पहला दिन भक्तिमय रहा। मां विंध्यवासिनी, काली खोह, और अष्टभुजा मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंगला आरती के बाद त्रिकोण दर्शन शुरू हुए, जिसमें इच्छा, क्रिया, और ज्ञान रूपा देवियों की पूजा की जाती है। मंदिर परिसर को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है।

एक स्थानीय भक्त ने बताया, “विंध्याचल में माता का आशीर्वाद अनोखा है। नवरात्रि में यहाँ का मेला और माहौल देखते ही बनता है।” प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष व्यवस्था की है। मिर्जापुर के डीएम ने कहा, “पार्किंग, पीने का पानी, और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा हमारी प्राथमिकता है।”
नवरात्रि का पहला दिन: मां शैलपुत्री की पूजा
आज नवरात्रि का पहला दिन है, और मां शैलपुत्री की आराधना की जा रही है। मां का यह स्वरूप शक्ति और शांति का प्रतीक है। भक्तों ने घटस्थापना की, और मंदिरों में खीर व दूध से बनी मिठाइयों का भोग लगाया। शुभ रंग नारंगी पहनकर भक्त माता के दर्शन के लिए पहुंचे। दोनों धामों में भजन-कीर्तन और हवन का आयोजन हो रहा है, और ‘जय माता दी’ की जयकार से माहौल गूंज रहा है।

श्राइन बोर्ड और प्रशासन की तैयारी
- वैष्णो देवी धाम: यात्रा मार्ग पर अतिरिक्त सहायकों की तैनाती, सीसीटीवी निगरानी, और मेडिकल कैंप। ऑनलाइन बुकिंग को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान।
- विंध्याचल धाम: मेला क्षेत्र में ट्रैफिक व्यवस्था, अस्थायी शौचालय, और पानी की टंकियों की व्यवस्था। मेटल डिटेक्टर और पुलिस चौकियां तैनात।
भक्तों की भावनाएं
दिल्ली से आईं एक महिला श्रद्धालु ने कहा, “वैष्णो देवी की यात्रा हर बार आत्मिक शांति देती है। नवरात्रि में माता का आशीर्वाद लेना खास है।” वहीं, विंध्याचल में एक बुजुर्ग भक्त ने बताया, “यहाँ की त्रिकोण यात्रा मनोकामना पूरी करती है। मां विंध्यवासिनी सबकी सुनती हैं।”
नवरात्रि के नौ दिनों तक दोनों धामों में भक्तों का तांता लगा रहेगा। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे दिशा-निर्देशों का पालन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें। माता की कृपा से यह नवरात्रि भक्ति और आनंद से भरी हो, यही कामना है।
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