भारत में आतंकी हमले: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा है कि इंडिया को अपनी संप्रभुता और नागरिकों की हिफ़ाज़त के लिए जवाबी कार्रवाई करने का पूरा हक है। एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि इंडिया के पास आत्मरक्षा का वैध अधिकार है, मुख्य रूप से जब बात आतंकवाद की हो।
पहलगाम हमले के बाद इंडिया के एक्शन की भरोसा
भारत में आतंकी हमले: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी आक्रमण में 26 लोगों की जान गई। इस आक्रमण के बाद पूरे देश में आक्रोश है और सैन्य प्रतिक्रिया की भरोसा की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सशस्त्र बलों को ‘खुली छूट’ देने की बात कही है।
2019 की तरह जवाबी कार्रवाई की अंदेशा
बोल्टन ने पुलवामा हमले का प्रसंग करते हुए कहा कि 2019 में इंडिया ने संयम दिखाया था, लेकिन फिर बालाकोट में एयरस्ट्राइक कर उग्रवादीयों को करारा जवाब दिया था।
उन्होंने कहा कि अगर इंडिया केवल आक्रमण के लिए जिम्मेदार समूह को ही टारगेट करता है, तो यह एक संतुलित और उचित कदम माना जाएगा।
बोल्टन की सलाह- पहले कूटनीति, फिर कार्रवाई
बोल्टन ने कहा कि इंडिया को जवाबी कार्रवाई से पहले कूटनीतिक रास्ते अपनाने चाहिए। उन्होंने दो सुझाव दिए:
- पाकिस्तान से बातचीत में चीन के बढ़ते प्रभाव पर बातचीत करें
- चीन से निवेदन करें कि वह पाकिस्तान पर उग्रवादीयों को नियंत्रित करने का दबाव बनाए
अगर ये प्रयास विफल होते हैं, तभी इंडिया को जवाबी कार्रवाई की ओर जाना चाहिए।
पाकिस्तान को चेतावनी – आतंकियों पर नियंत्रण जरूरी
बोल्टन ने कहा कि पाकिस्तान को अपने क्षेत्र से इंडिया या किसी और देश पर आतंकी आक्रमण की मंजूरी नहीं देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दो पड़ोसी देशों के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन आतंकवाद कभी भी असहमति जताने का विधि नहीं हो सकता।