नई दिल्ली। अवैध कोयला खनन और कोयला तस्करी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह बंगाल और झारखंड (Bengal and Jharkhand) में व्यापक पैमाने पर छापेमारी अभियान शुरू किया। ईडी की यह कार्रवाई दोनों राज्यों में सक्रिय कोयला माफिया नेटवर्क पर करारा प्रहार मानी जा रही है। एजेंसी ने कुल 40 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापे मारे हैं।
बंगाल में 24 ठिकानों पर छापेमारी
ईडी अधिकारियों के अनुसार, पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर, पुरुलिया, हावड़ा और कोलकाता जिलों में 24 परिसरों पर तलाशी ली जा रही है। ये तलाशी अवैध कोयला खनन, गैर-कानूनी परिवहन और कोयले के भंडारण से जुड़े मामलों में की जा रही है।
कोयला माफियाओं के कई ठिकानों पर दबिश
सूत्रों के मुताबिक, नरेंद्र खरका, अनिल गोयल, युधिष्ठिर घोष, कृष्ण मुरारी कयाल समेत कई बड़े माफियाओं के आवास और कारोबारी ठिकानों पर शुक्रवार सुबह से ही कार्रवाई जारी है। बंगाल में की गई छापेमारी में भारी मात्रा में कैश (Heavy Cash) और जेवरात बरामद होने की जानकारी सामने आई है।
झारखंड में 18 स्थानों पर ईडी का सर्च ऑपरेशन
झारखंड में भी ईडी ने 18 स्थानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की है। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, ये कार्रवाई कोयला चोरी और कोयला तस्करी से जुड़े कई मामलों में की जा रही है।
यहां जिन मामलों की जांच चल रही है, उनमें अनिल गोयल, संजय उद्योग, एलबी सिंह और अमर मंडल से संबंधित फाइलें भी शामिल हैं।
कोयला तस्करी नेटवर्क पर सख्त एक्शन
अधिकारियों का कहना है कि बंगाल और झारखंड में फैले अवैध कोयला कारोबार का नेटवर्क वर्षों से सक्रिय है। ईडी की मौजूदा कार्रवाई इसी नेटवर्क को तोड़ने और इसके आर्थिक स्रोतों पर वार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
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