रोहतास (बिहार), 18 सितंबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) की सरगर्मियों के बीच गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार को रोहतास जिले में एक बड़ी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला, खासकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को निशाने पर लिया। शाह ने घुसपैठियों को वोट और सरकारी सुविधाएं देने के मुद्दे पर सवाल उठाए, साथ ही भ्रष्टाचार के पुराने आरोपों को फिर से ताजा कर दिया। रैली में 10 जिलों के बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हुए, जहां शाह ने बूथ स्तर की मजबूती पर जोर दिया।
कार्यकर्ताओं को चुनावी रणनीति सौंपना
अमित शाह की यह यात्रा बिहार में एनडीए की चुनावी तैयारियों का हिस्सा है। रोहतास के अलावा बक्सर, भोजपुर, कैमूर, गया, नवादा, अरवल, जहानाबाद और औरंगाबाद जिलों के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। शाह ने साफ कहा कि बीजेपी में चुनाव नेता नहीं, बल्कि कार्यकर्ता जीतते हैं। उन्होंने बूथ मंत्र पर जोर देते हुए कहा, “भाजपा के हर राष्ट्रीय नेता की राजनीति बूथ कार्यकर्ता से शुरू होती है।” शाह ने नीतीश कुमार सरकार की उपलब्धियों को घर-घर पहुंचाने की अपील की और मोदी सरकार को भ्रष्टाचार मुक्त बताते हुए विपक्ष पर तंज कसा।
राहुल गांधी पर तीखा प्रहार: घुसपैठियों का मुद्दा
अमित शाह ने राहुल गांधी को सीधे निशाने पर लेते हुए घुसपैठियों के मुद्दे को उछाला। उन्होंने कहा, “घुसपैठिये को वोट का अधिकार है क्या? घुसपैठियों को राशन मिलना चाहिए? उनको आयुष्मान कार्ड मिलना चाहिए? उनको वोट देने का अधिकार है क्या?” शाह का यह बयान विपक्ष पर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ के मुद्दे पर हमले के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस को घुसपैठियों के पक्ष में बताते हुए बिहार की जनता से सवाल किया कि क्या वे ऐसी सरकार चाहते हैं जो देश की सीमाओं को कमजोर करे।
लालू प्रसाद यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप: तेजस्वी को अप्रत्यक्ष निशाना?
शाह ने लालू यादव पर भ्रष्टाचार के पुराने घोटालों को फिर से याद दिलाया। उन्होंने कहा, “इन्होंने चारा घोटाला किया, लैंड फॉर जॉब स्कैम किया, जेल में घोटाला किया। यूपीए इतने भ्रष्टाचार के आरोप जिसपर लगे हों, वो कभी बिहार का भला कर सकता है क्या?” हालांकि, तेजस्वी यादव का नाम सीधे नहीं लिया गया, लेकिन लालू परिवार पर हमले से आरजेडी को अप्रत्यक्ष रूप से निशाना बनाया गया। शाह ने आगे कहा, “एनडीए की सरकार ने जो काम किए, लालू जी पूरा जीवन में करें तो इतना नहीं कर सकते हैं।”
बिहार चुनाव की रणनीति और कार्यकर्ता फोकस
यह रैली बीजेपी की साउथ बिहार के लिए तैयार की गई रणनीति का हिस्सा है। शाह ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि चुनावी सभाओं की बजाय बूथ स्तर पर काम करें। उन्होंने कहा, “अन्य पार्टियों में चुनाव नेता जिताते हैं, लेकिन भाजपा में चुनाव मेरा कार्यकर्ता जिताता है।” बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए एनडीए भ्रष्टाचार, विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर जोर दे रहा है। विपक्षी दलों ने अभी तक इन बयानों पर कोई प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे चुनावी ध्रुवीकरण का प्रयास माना जा रहा है।
चुनावी माहौल गरमाया
अमित शाह के तीखे बयानों से बिहार का चुनावी माहौल और गर्मा गया है। बीजेपी घुसपैठियों और भ्रष्टाचार को प्रमुख चुनावी एजेंडा बनाने की कोशिश कर रही है, जबकि विपक्ष को यह हमला ‘विकास के मुद्दों से भटकाव’ के रूप में देखने का मौका मिल सकता है। आने वाले दिनों में और रैलियों से यह विवाद और तेज हो सकता है। कुल मिलाकर, शाह की रैली ने एनडीए कार्यकर्ताओं में उत्साह भरा है और विपक्ष को जवाब देने की चुनौती दी है।
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