पटना । बिहार विधानसभा चुनाव के गर्म माहौल के बीच केंद्र सरकार ने जनशक्ति जनता दल के संस्थापक और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) को वाय-प्लस कैटेगरी (Y Plus Category) की सुरक्षा प्रदान की है। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की वीआईपी सुरक्षा इकाई अब तेज प्रताप यादव की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेगी।
सुरक्षा रिपोर्ट के बाद गृह मंत्रालय का निर्णय
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों ने तेज प्रताप यादव से जुड़ी एक विशेष सुरक्षा रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी थी, जिसमें उनकी सुरक्षा को लेकर संभावित खतरे का उल्लेख था।
रिपोर्ट के आकलन के बाद गृह मंत्रालय ने उन्हें वाय-प्लस श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय लिया। इस श्रेणी में सशस्त्र कमांडो की एक टीम 24 घंटे उनके साथ तैनात रहती है।
दिल्ली से लेकर बिहार तक लागू रहेगा सुरक्षा कवच
वाय-प्लस सुरक्षा के तहत तेज प्रताप यादव की सुरक्षा केवल बिहार में ही नहीं, बल्कि दिल्ली और अन्य राज्यों में उनके दौरों के दौरान भी सुनिश्चित की जाएगी। उनकी जनसभाओं, रोड शो और सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान सीआरपीएफ के प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी नजदीकी सुरक्षा घेरा बनाए रखेंगे।
चुनावी मौसम में राजनीतिक हलचल तेज
बिहार में चुनावी गतिविधियों के बीच इस सुरक्षा फैसले को राजनीतिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है।
तेज प्रताप यादव इन दिनों अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल के बैनर तले लगातार प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं। वे विभिन्न जिलों में जनसभाएं कर रहे हैं और राज्य सरकार तथा विपक्ष दोनों पर तीखे हमले बोल रहे हैं।
सियासत में बढ़ी वीआईपी सुरक्षा पर बहस
गृह मंत्रालय के इस कदम के बाद बिहार की सियासत में वीआईपी सुरक्षा और राजनीतिक प्रभाव को लेकर चर्चाएं एक बार फिर तेज हो गई हैं। राजनीतिक गलियारों में यह सवाल उठने लगा है कि चुनावी दौर में तेज प्रताप यादव को मिली यह सुरक्षा क्या खतरे की रिपोर्ट का परिणाम है या राजनीतिक संदेश?
हालांकि, केंद्रीय एजेंसियां इसे पूरी तरह सुरक्षा मूल्यांकन आधारित फैसला बता रही हैं।
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