उदयपुर हिंसा: राजस्थान के उदयपुर जिले में तीज का चौक इलाके में गुरुवार, 15 मई को सब्जी खरीदने को लेकर आरंभ हुआ एक मामूली विवाद अचानक सांप्रदायिक हिंसा में बदल गया। दो युवकों के बीच हुई कहासुनी ने तेजी से दो समुदायों के बीच टकराव का रूप ले लिया, जो आगे चलकर तलवारबाजी, पथराव और आगजनी जैसी घटनाओं में बदल गया।
हिंसा की पूरी कहानी
उदयपुर हिंसा: गुरुवार की शाम को दो युवकों के बीच सब्जी खरीदने को लेकर कहासुनी हुई। कुछ ही मिनटों में दोनों पक्षों के समर्थक जुट गए और विवाद ने हिंसक टकराव का रूप ले लिया। देखते ही देखते, तलवारें निकल आईं, पथराव आरंभ हो गया और कई ठेलों में आग लगा दी गई।
इस हादसे में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए एमबी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही धानमंडी थाना और आस-पास के चार थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसपी के नेतृत्व में रातभर गश्त और सर्च ऑपरेशन चला। परिस्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
वर्तमान में पूरे इलाके में कर्फ्यू जैसा माहौल है और हर गतिविधि पर निगरानी रखी जा रही है। कई स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सूचनाओं के आधार पर छापेमारी की जा रही है।

उपद्रवियों की पहचान जारी
पुलिस ने कुछ उपद्रवियों (Miscreants) को हिरासत में लिया है, लेकिन अभी तक किसी औपचारिक गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। प्रशासन का कहना है कि पहचान की प्रक्रिया जारी है और शीघ्र ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।
सोशल मीडिया पर भी सख्ती
प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि कोई अफवाह फैलने न पाए। फर्जी वीडियो या भ्रामक पोस्ट साझा करने वालों पर भी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।