जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) पहलगाम आतंकी आक्रमण के बाद घाटी में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए एक्शन मोड में आ गए हैं।
उन्होंने मंगलवार (27 मई 2025) को पहलगाम गोल्फ कोर्स में गोल्फ खेलकर और कैबिनेट बैठक आयोजित कर शांति और सुरक्षा का दृढ़ संदेश दिया।
पहलगाम में कैबिनेट मीटिंग और एकजुटता का प्रदर्शन
मुख्यमंत्री ने आक्रमण के एक महीने बाद पहलगाम में ही राज्य की कैबिनेट मीटिंग कर यह स्पष्ट कर दिया कि आतंक के भय से जम्मू-कश्मीर पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा:
“हम आतंक के कायराना कृत्यों से भयभीत नहीं हैं। हमारा संकल्प अडिग है।”
इस बैठक का उद्देश्य न केवल नीतिगत फैसले लेना था, बल्कि स्थानीय लोगों के साथ एकजुटता भी दिखाना था।
शहीदों के लिए स्मारक और पर्यटन पुनरुद्धार
उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने पहलगाम आक्रमण में मारे गए निर्दोष नागरिकों की याद में एक भव्य स्मारक बनाने की घोषणा की। यह श्रद्धांजलि राज्य की सहिष्णुता, साहस और पर्यटन की भावना को पुनर्जीवित करने का प्रतीक होगा।

पर्यटकों का भरोसा लौटाने की कोशिशें
- उमर अब्दुल्ला ने खुद साइकिल चलाई, गोल्फ खेला, और स्थानीय लोगों से मुलाकात कर भरोसे का माहौल बनाने की पहल की।
- उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थल सावधानीपूर्वक और पारदर्शिता के साथ दोबारा खोले जाएंगे।
अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा
मुख्यमंत्री ने नुनवान बेस कैंप का दौरा कर अमरनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से वार्तालाप कर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं की समीक्षा की और निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करने पर बल दिया।
स्थानीय लोगों की भूमिका की सराहना
आक्रमण के दौरान स्थानीय लोगों द्वारा पर्यटकों और प्रशासन को दिए गए सहयोग के लिए मुख्यमंत्री ने धन्यवाद व्यक्त किया। साथ ही, उन्होंने विधायक अल्ताफ कालू और अन्य जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर स्थानीय मुद्दों पर चर्चा की।