Pahalgam attack : होटल और फ्लाइट बुकिंग रद्द होने से टूरिज्म इंडस्ट्री में हड़कंप
Pahalgam attack में हाल ही में हुए आतंकी हमले का असर अब जम्मू-कश्मीर की पर्यटन अर्थव्यवस्था पर साफ दिखाई देने लगा है। हमले के बाद बड़ी संख्या में पर्यटकों ने होटल और फ्लाइट बुकिंग रद्द कर दी है, जिससे टूर और ट्रैवल इंडस्ट्री में चिंता की लहर दौड़ गई है।
हमला पड़ रहा है पर्यटन पर भारी
- कई पर्यटकों ने तत्काल रद्द कीं अपनी बुकिंग।
- स्थानीय होटल व्यवसायियों को हुआ आर्थिक नुकसान।
- एयरलाइंस को भी भुगतना पड़ रहा है रद्दीकरण का खामियाजा।
- सुरक्षा चिंताओं ने अप्रैल-मई की पीक सीजन को प्रभावित किया।

क्या कह रहे हैं टूर ऑपरेटर?
“हमारे पास 70% बुकिंग कैंसिलेशन की रिक्वेस्ट आ चुकी है। विदेशी और घरेलू दोनों पर्यटक डर के कारण पीछे हट रहे हैं।”
— एक श्रीनगर बेस्ड टूर एजेंट
“इस सीजन में 20% से ज्यादा की आमदनी की उम्मीद थी, लेकिन अब नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।”
— Pahalgam attack के होटल मालिक
प्रभावित सेवाएं:
- होटल बुकिंग्स: 50–80% तक रद्द
- फ्लाइट रद्दीकरण: गो-फर्स्ट, इंडिगो जैसी कंपनियों ने फ्लेक्सी पॉलिसी लागू की
- पैकेज टूर: हनीमून, फैमिली और हिल स्टेशन ट्रिप कैंसल
क्या सरकार कर रही है कुछ?
- स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
- पर्यटकों को भरोसा दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं कि इलाके की सुरक्षा पुख्ता है।
- अतिरिक्त बलों की तैनाती से हालात सामान्य बनाए रखने की कोशिश।
टूरिज्म इंडस्ट्री का अनुमान:
- इस साल की पहली तिमाही में 3 लाख से अधिक टूरिस्ट्स की उम्मीद थी।
- अब यह आंकड़ा 50% तक गिर सकता है अगर हालात नहीं सुधरे।
- लोकल व्यवसायों पर सीधा प्रभाव: कैब सर्विस, गाइड, रेस्टोरेंट और हैंडीक्राफ्ट बिक्री प्रभावित।

क्या आगे टूरिज्म पटरी पर लौटेगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर स्थिति जल्द कंट्रोल में आ जाए, तो मई के अंत तक बुकिंग फिर से शुरू हो सकती है। हालांकि, फिलहाल आतंकवाद के डर ने जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को झटका दिया है।
Pahalgam attack आतंकी हमले के बाद सुरक्षा का डर पर्यटकों के मन में बैठ गया है। इससे न सिर्फ पर्यटक प्रभावित हुए हैं, बल्कि हजारों स्थानीय लोगों की रोज़ी-रोटी पर भी असर पड़ा है।