Ballistic Missile अब अमेरिका तक मार की तैयारी में पाकिस्तान? बढ़ा परमाणु खतरा परमाणु शक्ति को लेकर पाकिस्तान की नई योजना
Ballistic Missile के क्षेत्र में पाकिस्तान अब एक ऐसा खतरनाक कदम उठाने की तैयारी में है जिससे पूरी दुनिया की चिंता बढ़ सकती है।
एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान एक लॉन्ग-रेंज इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) पर काम कर रहा है जिसकी रेंज 10,000 किमी से अधिक बताई जा रही है।
इसका सीधा अर्थ है — अब पाकिस्तान की नजर सिर्फ भारत नहीं बल्कि अमेरिका तक पहुंचने की है।
मिसाइल प्रोग्राम के पीछे कौन सी मंशा?
- रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान यह मिसाइल चीन और उत्तर कोरिया से मिली तकनीकी मदद से विकसित कर रहा है
- सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम वैश्विक रणनीतिक संतुलन के लिए खतरनाक हो सकता है
- भारत के साथ परमाणु संतुलन के नाम पर अब पाकिस्तान वैश्विक मंच पर भी अपनी ताकत दिखाना चाहता है

अमेरिका भी सतर्क, खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी इस परियोजना को लेकर वॉच लिस्ट में डाल दिया है।
- CIA और Defense Intelligence Agency को पाकिस्तान की इस गतिविधि की जानकारी है
- माना जा रहा है कि परीक्षण की तैयारी अगले दो वर्षों में पूरी हो सकती है
- अमेरिकी संसद में इसे लेकर सुरक्षा संबंधित चर्चाएं भी शुरू हो चुकी हैं
भारत की क्या प्रतिक्रिया हो सकती है?
- भारत पहले से ही अग्नि-V और अग्नि-VI जैसे लॉन्ग रेंज बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस है
- भारत ने अभी तक ICBM का औपचारिक परीक्षण नहीं किया है, लेकिन तकनीकी रूप से सक्षम है
- पाकिस्तान के इस कदम के बाद भारत को रणनीतिक जवाब देने की जरूरत पड़ सकती है

दुनिया पर क्या होगा असर?
- दक्षिण एशिया में नई परमाणु होड़ की शुरुआत
- अमेरिका और NATO को अपने रक्षात्मक ढांचे में बदलाव करने की मजबूरी
- चीन और रूस की रणनीतियों पर भी असर
- संयुक्त राष्ट्र और परमाणु अप्रसार संधियों पर सवाल
Ballistic Missile निर्माण के जरिए पाकिस्तान अब सिर्फ क्षेत्रीय ताकत नहीं, बल्कि वैश्विक खिलाड़ी बनने का दावा कर रहा है।
लेकिन यह महत्वाकांक्षा दुनिया को एक नए परमाणु संकट की ओर ले जा सकती है।
भारत, अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस गतिविधि पर सतर्क रहना होगा ताकि यह तकनीकी दौड़ युद्ध में न बदल जाए।