क्रैश साइट से 700 मीटर दूर थी आखिरी लोकेशन
12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो लंदन के लिए उड़ान भर रही थी, टेक-ऑफ के कुछ ही क्षण बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में चालक दल के 10 सदस्यों सहित 242 लोग सवार थे। हादसा मेघानी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में हुआ, जिससे आसपास के क्षेत्र में भारी तबाही मची।
महेश कालवडिया की स्थिति
इस हादसे में फिल्म निर्माता महेश कालवडिया भी सवार थे। उनकी आखिरी लोकेशन दुर्घटनास्थल से लगभग 700 मीटर दूर पाई गई थी। हालांकि, उनके बारे में कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है। उनकी पत्नी ने प्रशासन से मदद की अपील की है।
पिछले हफ्ते अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद कई परिवार अभी भी अपने लापता हुए अपने प्रियजनों की तलाश में लगे हैं. डीएनए सैंपल के जरिए मारे गए लोगों की पहचान कराई जा रही है. अब तक 87 शवों का डीएनए सैंपल के जरिए मिलान हो चुका है. विमान हादसे के बाद से लापता हुए एक फिल्म निर्माता के परिजन भी उनकी तलाश में जुटे हैं. परिजनों ने इसके लिए अपना डीएनए सैंपल भी दिया है.
एयर इंडिया विमान हादसे के बाद लापता हुए एक फिल्म निर्माता महेश कालवडिया के परिवार ने डीएनए सैंपल दिए हैं क्योंकि उनके मोबाइल फोन की लोकेशन आखिरी बार दुर्घटना स्थल से महज 700 मीटर दूर मिली थी. पिछले हफ्ते 12 जून को दोपहर 1.39 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद लंदन जाने वाला विमान मेघानीनगर में एक मेडिकल कॉलेज के कैंपस में हादसे का शिकार हो गया. हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 और जमीन पर 29 अन्य लोगों की मौत हो गई।
हादसे के तुरंत बाद से मोबाइल स्विच ऑफ
- महेश कलावाडिया जो नरोदा के रहने वाले हैं और उन्हें महेश जीरावाला के नाम से भी जाना जाता है. वह म्यूजिक एल्बम का निर्देशन करते हैं. उनकी पत्नी हेतल ने बताया कि घटना वाले दिन वह दोपहर में लॉ गार्डन इलाके में किसी से मिलने गए थे।
- उन्होंने कहा “मेरे पति ने मुझे दोपहर 1.14 बजे फोन करके बताया कि उनकी बैठक खत्म हो गई है और वे घर आ रहे हैं. हालांकि, जब वे वापस नहीं लौटे, तो मैंने उनके फोन पर कॉल किया, लेकिन वह स्विच ऑफ था. इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई तो उनके मोबाइल फोन की आखिरी लोकेशन से पता चला कि वे हादसे से महज 700 मीटर दूर थे।”
जांच के लिए परिवार ने दिया DNA सैंपल
- पत्नी हेतल ने आगे कहा. “उनका फोन दोपहर 1.40 बजे (विमान के उड़ान भरने के एक मिनट बाद) स्विच ऑफ हो गया. उनका स्कूटर और मोबाइल फोन दोनों ही मिसिंग हो गए हैं. यह सब असामान्य है, क्योंकि वे घर आने के लिए कभी उस रास्ते (आखिरी लोकेशन के अनुसार) का इस्तेमाल नहीं करते. फिलहाल हमने यह जांचने के लिए डीएनए सैंपल जमा किए हैं कि क्या वे हादसे के दौरान जमीन पर मारे गए लोगों में से एक थे।”
- फिलहाल महेश का परिवार उनके लापता होने से हैरान है कि वह वहां क्यों गए होंगे, जबकि यह उसका सामान्य रास्ता नहीं है. परिवार के लोगों ने आस-पास के सभी अस्पतालों में उसके बारे में पूछताछ की है. लेकिन महेश अभी भी लापता हैं. परिवार ने उनके बारे में जानकारी के लिए पोस्टर भी लगाए हैं. साथ ही नंबर भी दिए हैं।
अब तक 87 शवों की पहचान
- विमान हादसे की वजह से मारे गए सभी लोगों के शव बुरी तरह से जल गए और क्षत विक्षत भी हो गए. साथ ही एक भी शरीर सही अवस्था में नहीं मिला. इस वजह से शवों को पहचान पाना बहुत ही मुश्किल है. ऐसे में अधिकारी इस भयानक त्रासदी के पीड़ितों की पहचान करने के लिए डीएनए के जरिए टेस्टिंग कर रहे हैं. जांच में लगे अधिकारियों ने बताया कि डीएनए मिलान के जरिए अब तक से 87 पीड़ितों की पहचान हो चुकी है और 42 शव उनके परिजनों को सौंपे भी जा चुके हैं।